97 पॉजिटिव सिर्फ 1 किलोमीटर के क्षेत्र में मिले, संक्रमण से बचने के लिए पूरे परकोटे में लागू हुआ महाकर्फ्यू

जयपुर. बुधवार को शहर में तीन नए पॉजिटिव मामले सामने आए। जिसमें एक रामगंज और 2 घाट गेट इलाके से हैं।  जिसके बाद यहां कोरोना संक्रमण के सबसे ज्यादा 111 मामले सामने आ चुके हैं। जिसमें से 102 लोग रामगंज और उसके आसपस के क्षेत्रों के हैं। वहीं 9 दूसरे देशों से आए। 102 में से 97 सिर्फ रामगंज में सामने आए। जो सिर्फ 1 किलोमीटर के दायरे में है। गौरतलब है कि जयपुर रामगंज समेत पूरे परकोटे की सीमाएं सील है। जहां अब महाकर्फ्यू लगा दिया गया है। वहीं परकोटे के आसपास के तीन क्षेत्रों में भी कर्फ्यू लगाया गया है।


पहले ओमान से आया संक्रमित और फिर तब्लीगी
जयपुर के रामगंज के एक युवक के ओमान से आने के बाद 17 मार्च से 24 मार्च तक वह क्वारैन्टाइन में नहीं रहा और संक्रमण फैलाता रहा। अब तक उसी के कारण दूसरे उसी इलाके के पॅाजिटिव युवक, उसके परिजन और रिश्तेदार और संपर्क वाले 99 लोग संक्रमित पाए जा चुके हैं। इन 99 ने आगे किन-किनको संक्रमित किया, इस दायरे में 2.6 लाख लोग बताए जा रहे हैं। इसकारण रामगंज अकेला हॉट स्पॉट बन चुका है। इसने रामगंज के पांच किमी के चारदीवारी को महाकर्फ्यू लगा है। इसमें तब्लीगी के कुछ लोग भी शामिल हैं।


ऐसे बढ़ता गया कर्फ्यू का दायर



  • जयपुर में सबसे पहले 25 मार्च को रामगंज थाना क्षेत्र में ओमान से आए युवक के पॉजिटिव मिलने के बाद कर्फ्यू लगा दिया गया था।

  • इसके बाद आकड़े बढ़ने के बद 27 मार्च को परकोटे के सात थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया। साथ ही परकोटे में एंट्री बंद कर दी गई।

  • 6 अप्रैल को परकोटे के साथ-साथ आसपास के तीन क्षेत्रों में भी कर्फ्यू लगी दिया गया। जिसमें आदर्शनगर, लालकोठी और भट्टा बस्ती शामिल थे।

  • 7 अप्रैल को परकोटे में महाकर्फ्यू लगा दिया गया। जिसके बाद यहां जारी कई पास कैंसिल कर दिए गए। सिर्फ अति आवश्यक सुविधाएं ही चालू रहेंगी।


सभी सरकारी व निजी दफ्तरों में रामगंज के कर्मचारियों की एंट्री रोकी


सरकार ने रामगंज क्षेत्र में रहने वाले सभी सरकारी अफसरों-कर्मचारियों के अलावा निजी, स्वायत व अन्य उपक्रमों में काम करने वाले कर्मचारियों को अगले 14 दिन या आगामी आदेश तक घर पर ही रहने के आदेश दिए हैं। एसीएस हैल्थ रोहित कुमार सिंह ने इसके आदेश जारी किए हैं। हालांकि सरकार का यह आदेश तब आया है जब एसएमएस मेडिकल कॉलेज की कैंटीन में रामगंज का युवक काेरोना पॉजिटिव मिल चुका है और अब पूरा अस्पताल की संक्रमण की जद में है। 


250 टीमों ने की दस हजार परिवारों की स्क्रीनिंग
रामगंज सहित पूरे क्षेत्र में कोरोना के संक्रमण की रोकथाम के लिए 100 अतिरिक्त मेडिकल टीमों ने रविवार से घर-घर जाकर स्क्रीनिंग की। इससे पहले 150 टीमें काम कर रही थीं। यानी 250 टीमों ने रविवार को 10 हजार से अधिक परिवारों की स्क्रीनिंग की।


निर्भया स्कवायर्ड की 40 टीमें तैनात


निर्भया स्कवायर्ड की 40 टीमें कर्फ्यू क्षेत्र में रोजाना 12 घंटे लगातार अलग-अलग थाना इलाके में फ्लैग मार्च करके लोगों को घरों के लिए अपील कर रही है। इसके अलावा कुछ टीमें शहर में वृद्वा आश्रम जाकर बुजुर्गों से कुशलक्षेम पूछ रही है। उनको किसी जरूरी चीज की जरूरत हो तो तुरंत व्यवस्था करवा रहे है।


कोरोना को हराने के लिए 1450 फुली डेडिकेटेड बेड
कोरोनावायरस नियंत्रण के लिए जयपुर में 1450 फुली डेडिकेटेड बेड बनाए गए हैं। इसमें एसएमएस अस्पताल में 950 और आरयूएचएस हॉस्पिटल में 500 बेड निर्धारित हैं। वहीं प्रदेशभर के सरकारी और निजी अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए 10,578 बेड तैयार हैं। इसके लिए चिकित्सा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव रोहित कुमार सिंह ने एपिडेमिक डिजीज एक्ट 1957 की धारा का प्रयोग करते हुए अस्पतालों को अागामी आदेशों तक अधिसूचित कर दिया गया है।


जयपुर में अब तक 6485 वाहन जब्त


जयपुर शहर में लॉकडाउन की घोषणा के बाद 262 स्थानों पर नाकाबंदी की गई है। वहीं लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर अब तक 6485 वाहन जब्त किए जा चुके हैं। वहीं धारा 144 का उल्लघंन करने वाले 82 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं।